बीबीएन, 25 फरवरी। डा. किशोर ठाकुर
बददी बरोटीवाला नालागढ़ के उद्योग संगठनों ने ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन व सरकार तथा नेशनल हाईवे आथोरिटी आफ इंडिया को घेरा है। हिमाचल के उद्योग व सामाजिक संगठनों ने बददी में संयुक्त तौर पर एक बैठक कर इस बदहाली के लिए जहां दोनो सरकारों को जिम्मेदार ठहराया है वहीं कहा है कि अब एशिया की सबसे बडी औद्योगिक नगरी बददी आना व जाना ही एक बडा मिशन बन गया है। अंतरराष्ट्रीय उद्योग संगठन फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री, प्रादेशिक संगठन लघु उद्योग संघ व नालागढ़ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि बददी मुख्य पुल अगस्त में गिर गया था लेकिन अभी तक वो नहीं बना है। अभी जिस रास्ते से होकर ट्रैफिक चंडीगढ़ पंचकूला जाता है वो हरियाणा के एक गांव से होकर जाता है और एक छोटी सी गली है। वहां से छोटे वाहन आते जाते हैं लेकिन अब इस मार्ग पर बडे वाहनों का आवागमन होने लगा है और इस कारण से सुबह पंचकूला कालका से आने वाला व शाम को पंजाब हरियाणा जाने वाले उद्यमियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। इस मामले में बददी पुलिस कोई भी कदम नहीं उठा रही है और बडे वाहनों का इस संकरे मार्ग से आवागमन रोकने में नाकाम रही है। उद्योग संगठनों ने आरोप जडा कि बददी पुलिस को कई बार अवगत कराया गया लेकिन मानो उसे उद्यमियों व आमजन की समस्याओं से कोई सरोकार ही नहीं है। फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य राजीव कंसल, एफआईआई के प्रदेशाध्यक्ष चिरंजीव सिंह ठाकुर, लघु उद्योग संघ के चेयरमैन विचित्र सिंह पटियाल, गत्ता उद्योग संघ के महासचिव अशोक राणा, नालागढ़ उद्योग संघ के उपाध्यक्ष आर.ठाकुर, रोड सेफटी क्लब के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा, हिमाचल कल्याण सभा की उपाध्यक्ष सुषमा ठाकुर व प्लास्टिक उद्योग संघ के अध्यक्ष अनिल मलिक ने कहा बीबीएन में उचित व्यवस्थाएं न होने का खामियाजा उद्यमी, व्यापारी व आम वर्ग भुगत रहा है। बददी ट्रैफिक लाईट से टोल बैरियर तक पहुंचने में कभी कभी एक घंटा लग जाता है। अशोक राणा ने कहा कि जो व्यवस्था पूर्व एसपी गुरदेव सिंह व गौरव सिंह ने बनाई थी उस पर वर्तमान पुलिस को फोक्स करना चाहिए।
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एनएच विभाग की खिंचाई की-
उद्योग संगठनों ने कहा कि जब से बददी पुल गिरा है तब से एक अस्थाई पुल बनाकर एनएच ने अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ली है। इसके साईड से अलग रास्ता बनाने पर एनएचएआई को आग्रह किया गया था ताकि गांववालों को दिक्कत न आए लेकिन कुछ नहीं हुआ। बददी पुलिस बडे वाहनों को इस ग्रामीण रोड से पाबंदी नहीं लगाती जिससे हमारा दूसरे प्रदेशों में जाना एक मिशन बन गया है। राजीव कंसल ने कहा कि कई बार तो लगता है कि बददी रुपी टापू में एक कैदी की तरह कैद हो गए हैं और यहां से बाहर निकलने को छटपटा रहे हैं।
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टूटे पुलों पर कार्य नहीं कर रहा विभाग-
चरणियां व मढावाला पुल टूट गए थे जिस पर विभाग ने साईड से कच्चे पुल बना दिए लेकिन इस पर तारकोल डालना नितिन गढकरी का विभाग भूल गया। इसके अलावा बददी से नालागढ़ राष्ट्रीय उच्च मार्ग बदहाल हालत में है। जगह जगह गढड़े पडे हुए हैं। इसकी मुरम्मत करने बारे एनएचएआई के अधिकारी कंजूसी क्यों दिखा रहे हैं। इस मुददे पर हमारे सांसद भी चुप्पी साधे हुए हैं। इस अवसर पर युवराज सिंह, अखिलेश यादव, हरिओम सिंह त्रिदेव, राहुल नेगी, मृणाल यादव ने भी अपने विचार रखे।
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दभोटा पुल आज भी बंद-सुरेंद्र शर्मा
रोड सेफटी कलब बददी के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि दभोटा पुल जो कि पंजाब को हिमाचल से जोडता है अगस्त से बंद पड़ा है। पंजाब सरकार इसको जानबूझकर दुरुस्त नहीं कर रही है। उन्होने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर आम आदमी पार्टी व कांग्रेस का गठबंधन हुआ है लेकिन औद्योगिक विकास के नाम पर दोनो सरकारें चुप्पी साधे हुए हैं। यह हैरानी की बात है कि व्यवस्था परिवर्तन के तहत लोगों को पुलों की बजाय नदियों में से जाना पड़ रहा है और हिमाचल सरकार चुप्प बैठी हुई है। एक पिल्लर दबने से यह नौबत आई है और अगर पंजाब सरकार इसमें रुचि नहीं दिखाती है तो हिमाचल सरकार को इसको ठीक करवाना चाहिए। यहां से करोडों का टैक्स जाता है। आज भी लोगों को भरतगढ होकर गांवों से घूमकर दभोटा व नालागढ़ आना पड़ रहा है।